
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां इस घटना की जांच में जुटी हैं। इस बीच, एक संदिग्ध Huawei सैटेलाइट फोन की गतिविधि ट्रैक की गई है, जो हमले के समय घटनास्थल पर मौजूद था। Huawei एक चीनी कंपनी है, और भारत में इसके सैटेलाइट उत्पादों पर प्रतिबंध है, जिससे यह फोन पाकिस्तान या किसी अन्य विदेशी स्रोत से तस्करी के जरिए भारत लाया गया हो सकता है।
सूत्रों के अनुसार, हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों से चार बार संपर्क किया गया था, लेकिन बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी के कारण ड्रोन का इस्तेमाल नहीं किया जा सका। कम से कम 10 लोग एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए हमले के दौरान और उससे पहले अपने हैंडलर्स से चैटिंग और कॉलिंग कर रहे थे। इससे यह संकेत मिलता है कि आतंकवादी संगठनों ने अपनी संचार रणनीतियों को और अधिक सुरक्षित और गोपनीय बना लिया है।
इससे पहले, जून 2024 में भी जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के पास अत्याधुनिक चीनी दूरसंचार उपकरण "अल्ट्रा सेट" जब्त किए गए थे। ये उपकरण पाकिस्तान की सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं और आतंकवादी समूहों के हाथों में पहुंच गए थे। इन उपकरणों के माध्यम से संदेशों को चीन के उपग्रहों के जरिए पाकिस्तान स्थित मास्टर सर्वर तक भेजा जाता है, जिससे संचार की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित होती है। ([पाक की नापाक हरकतें : कश्मीर में आतंकवादियों के हाथों में पहुंच रहा है चीनी कम्युनिकेशन सेट | Chinese telecommunication equipment sent for Pak Army reached the hands of terrorists in Jammu and Kashmir](https://ndtv.in/india/chinese-telecommunication-equipment-sent-for-pak-army-reached-the-hands-of-terrorists-in-jammu-and-kashmir-5953291?utm_source=chatgpt.com))
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि आतंकवादी संगठन अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों के लिए उनकी पहचान और रोकथाम करना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
AB 208 Nirman Nagar Vivekanand Marg Ajmer road jaipur - 302019
Latest Videos
Advertisement Videos
Trend Videos