
आज टीवी की दुनिया में कॉमेडियन भारती सिंह एक बड़ा नाम बन चुकी हैं। वे अक्सर किसी न किसी शो को होस्ट करती नजर आती हैं, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने लंबा और कठिन सफर तय किया है। अमृतसर से मुंबई तक के इस सफर में उन्होंने ना सिर्फ मेहनत की, बल्कि कई डर और सामाजिक भ्रांतियों का भी सामना किया।
भारती सिंह ने एक इंटरव्यू में मनीष पॉल से बातचीत के दौरान अपने शुरुआती दिनों का एक खास किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि एक बार कपिल शर्मा ने उन्हें फोन कर कहा था कि अमृतसर के एक फाइव स्टार होटल में एक कॉमेडी शो का ऑडिशन हो रहा है और उन्हें वहां जाना चाहिए। हालांकि, उस समय भारती को अंदर ही अंदर एक डर सता रहा था—कहीं यह कोई बहाना तो नहीं? उन्होंने बताया कि छोटे शहरों में ऐसी सोच होती है कि अगर किसी फाइव स्टार होटल में कमरे में ऑडिशन हो रहा है, तो वहां लड़कियों के साथ कुछ गलत हो सकता है।
डर के चलते भारती अपनी 3-4 सहेलियों को साथ लेकर गईं। उस वक्त स्मार्टफोन नहीं था, सिर्फ Nokia का फोन था। उन्होंने अपनी सहेली से कहा कि अगर वो 15 मिनट तक नीचे नहीं लौटीं, तो वो पुलिस लेकर ऊपर आ जाए। भारती ने मजाक में कहा, "तब ये भी नहीं सोचा कि मैं मोटी हूं, मोटी को कौन छेड़ेगा!"
जब भारती कमरे में पहुंचीं तो देखा कि डायरेक्टर निक्कर और गंजी में थे। यह देखकर उनका शक और गहरा गया। उन्हें लगा कि ये वही होता है, जैसा फिल्मों में दिखाते हैं—छोटे शहर की लड़कियों को बुलाकर झांसा दिया जाता है। लेकिन जब डायरेक्टर ने उनसे पूछा कि वो क्या कर सकती हैं, तो भारती ने बिना हिचक अपने थिएटर अनुभव और कॉमिक टैलेंट को सामने रखा। उन्होंने कैमरे के सामने स्किट्स किए और पूरा दमखम दिखाया।
ऑडिशन के अंत में डायरेक्टर ने उनसे नंबर मांगा और कहा कि संपर्क किया जाएगा। यही वो शुरुआत थी, जिसने भारती सिंह को एक साधारण लड़की से आज के टॉप कॉमेडियन और होस्ट्स में शामिल कर दिया।
यह कहानी न सिर्फ भारती के हौसले और टैलेंट की मिसाल है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे किसी भी डर, संदेह और सामाजिक दबाव के बावजूद अगर आप अपने हुनर पर भरोसा करें, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं।