
हादसे की सूचना मिलते ही कोलायत पुलिस मौके पर पहुंची। शव की हालत इतनी खराब थी कि उसे समेटने के लिए विशेष बोरी मंगवानी पड़ी। हेड कॉन्स्टेबल लखपत सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में कई हादसे देखे हैं, लेकिन यह दृश्य सबसे भयावह और अविस्मरणीय था। "सड़क पर खून बिखरा था और शव के टुकड़े दूर-दूर तक फैले हुए थे। हमें शव को उठाने में भी दिक्कत हुई क्योंकि हालत बहुत खराब थी," उन्होंने कहा।
संपत की पहचान होने के बाद उसके परिवार को सूचना दी गई। अस्पताल पहुंचते ही परिजन फूट-फूट कर रोने लगे। कोलायत के सरकारी अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया और फिर परिवार को सौंप दिया गया।
इस दर्दनाक दुर्घटना ने एक बार फिर सड़कों पर तेज़ रफ्तार और लापरवाही के जानलेवा परिणामों को उजागर किया है। एक मेहनतकश युवक की जान ट्रेलर चालक की गैर-जिम्मेदाराना हरकत के कारण चली गई, जिससे एक पूरा परिवार गहरे सदमे में है। यह घटना सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि एक ऐसी कहानी है जो समाज को सड़क सुरक्षा के प्रति अधिक गंभीर होने की चेतावनी देती है। सख्त ट्रैफिक नियमों का पालन, ड्राइवरों की बेहतर ट्रेनिंग और प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा पर अधिक ध्यान देना अब समय की मांग है, ताकि भविष्य में ऐसे हृदय विदारक हादसे टाले जा सकें।