
भारत में वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान डीजल की मांग में कोरोना महामारी के बाद सबसे कम वृद्धि दर्ज की गई है। डीजल की खपत केवल 2 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि इससे पिछले वर्षों में यह दर काफी अधिक थी। वर्ष 2022-23 में डीजल की मांग में 12.1% की बढ़ोतरी देखी गई थी, वहीं 2023-24 में यह 4.3% रही थी।
इस गिरावट के पीछे दो मुख्य कारण बताए जा रहे हैं:
आर्थिक विकास की रफ्तार का धीमा होना,
और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) की ओर ट्रांजिशन।
ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स सेक्टर जो पारंपरिक रूप से डीजल पर निर्भर थे, अब तेजी से ईवी टेक्नोलॉजी अपना रहे हैं। मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं, वहीं ई-रिक्शा टियर-2 और टियर-3 शहरों में आम हो गए हैं।
ई-कॉमर्स कंपनियां जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट, और बिगबास्केट भी अपनी डिलीवरी सेवाओं में ईवी का इस्तेमाल कर रही हैं। इससे लॉजिस्टिक्स सेक्टर में डीजल की मांग में कमी देखी जा रही है।
हालांकि डीजल अभी भी भारत की कुल तेल खपत का 40% हिस्सा है, लेकिन ईवी अपनाने की बढ़ती प्रवृत्ति इसके भविष्य पर असर डाल रही है।
AB 208 Nirman Nagar Vivekanand Marg Ajmer road jaipur - 302019
Latest Videos
Advertisement Videos
Trend Videos