देशभर में मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, उत्तर से लेकर दक्षिण भारत और हिमालयी क्षेत्रों तक मौसम का उतार-चढ़ाव जारी है। मार्च के अंत तक गर्मी बढ़ सकती है, लेकिन फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत को राहत मिल रही है।
उत्तर भारत में बादलों की आवाजाही, बारिश की संभावना
उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा और पंजाब में बादलों की आवाजाही जारी है, जिससे तापमान नियंत्रण में है। अगले दो दिनों तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं का अनुमान है। वहीं, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के कुछ हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने और बारिश की संभावना जताई गई है।
दिल्ली-एनसीआर: हल्की बूंदाबांदी और प्रदूषण मध्यम स्तर पर
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 32 डिग्री तक जा सकता है। हल्की बूंदाबांदी से तापमान में मामूली गिरावट आ सकती है। राजधानी में प्रदूषण का स्तर मध्यम श्रेणी में है, जहां AQI 150 के आसपास बना हुआ है।
बिहार-झारखंड: बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट
बिहार में पटना, गया, औरंगाबाद और नवादा जैसे जिलों में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है। झारखंड के रांची और धनबाद समेत कई इलाकों में तेज हवाओं और बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे गर्मी से राहत मिली है।
राजस्थान और दक्षिण भारत में गर्मी का असर
राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के चलते जयपुर, बीकानेर और भरतपुर संभाग में हल्की बारिश और 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। दक्षिण भारत में गर्मी का प्रकोप जारी है। आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि ओडिशा में भी सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया जा रहा है।
हिमालयी राज्यों में ठंड बरकरार
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले दो दिनों तक बर्फबारी और बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है। ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान शून्य से नीचे जा सकता है, जिससे कोल्ड वेव जैसी स्थिति बन सकती है।
अगले कुछ दिनों का मौसम पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, देश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश, आंधी और बढ़ती गर्मी का संतुलन बना रहेगा। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के कारण राहत मिलेगी, जबकि दक्षिण और पूर्वी भारत में तापमान और बढ़ सकता है। बदलते मौसम को देखते हुए सतर्कता बरतने की जरूरत है।