
फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो को वित्त वर्ष 2024 में 351 करोड़ रुपए का कंसॉलिडेटेड मुनाफा हुआ है। पूरे साल का रेवेन्यू 12,114 करोड़ रहा है। वित्त वर्ष 2023 में उसे 971 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था और रेवेन्यू 7,079 करोड़ रुपए रहा था।
वहीं 2024 की चौथी तिमाही में कंपनी ने 175 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया है। पिछले साल की समान तिमाही यानी Q4FY23 में, जोमैटो को 188 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। ये लगातार चौथी तिमाही है जब कंपनी की कमाई हरे निशान में रही है।
चौथी तिमाही में आय 73% बढ़कर 3,562 करोड़ पहुंची
कंपनी का रेवेन्यू यानी आय भी चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 73% बढ़कर 3,562 करोड़ रुपए हो गई है। कंपनी का रेवेन्यू ऐसे समय में बढ़ा है, जब ये सेक्टर कम मांग के दबाव से जूझ रहा है। पिछले साल की समान तिमाही में, जोमैटो ने 2,056 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दर्ज किया था।
एक साल में कंपनी के शेयर ने 208.71% का रिटर्न दिया
रिजल्ट आने के बाद जोमैटो का शेयर 2.31% गिरकर 196.65 रुपए पर बंद हुआ। बीते 6 महीने में कंपनी का शेयर 63.53% बढ़ा है। वहीं बीते एक साल में कंपनी के शेयर ने 208.71% का रिटर्न दिया है। 15 मई 2023 को जोमैटो 63.70 रुपए पर था।
कंसॉलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन
कंपनियों के रिजल्ट दो भाग में आते हैं- स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि कंसॉलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
यहां, जैमेटो की ब्लिंकिट समेत 28 सब्सिडियरी, 1 ट्रस्ट और 1 एसोसिएट कंपनी हैं। इन सभी के फाइनेंशियल रिपोर्ट को मिलाकर कंसॉलिडेटेड कहा जाएगा। वहीं, अगर ब्लिंकिट के अलग रिजल्ट को स्टैंडअलोन कहा जाएगा।
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